छोरा ने मोबाइल खाग्यो, किश्तां खागी तिनखा ने। लुगायां ने फैसन खागी, चिंता खागी मिनखां ने।। मकाना ने फ्लेट खायग्या, शहर खायग्या गाँवा ने। परिवारा ने राड़ खायगी, फूट खायगी भायां ने।। शॉपिंगमाल दुकाना खाग्या, डेयरी खागी धीणे ने। कोल्डड्रिंक के लारे भूल्या, छाछ शिकंजी लस्सी ने।। पिज्जा तो रोट्यां ने खागी, गैस खायगी चूल्हा ने। बाजारू मिठायाँ खागी, गुड़ और गुलगुला ने।। पैसा रो दिखावो खाग्यो, आदर और सत्कार ने। बफ़र वालो खाणो तो खाग्यो, जीमण...